السلام علیکم

मदरसे मज़हब-ए-ईस्लाम के वो कारख़ाने है जिस में अल्लाह के हुक्म और नबी (सल्ल)के तरीकों का इल्म क़ुरआन और हदीस की रौशनी में तलबाओं के दिलो में उतरता है। तमाम मदरसों को अल्लाह आप जैसे ईमान वालो की मदद व नुसरत से ही चलाता है। जरूरतमंद मदरसे मदद लेने के लिए और जरूरतमंद मदरसो की मदद करने के लिए राफ़ता क़ायम करे!!!

मदरसों के पंजीयन/मदद लेने के लिए क्लिक करें


मदरसों की मदद करने के लिए क्लिक करे








मज़हबी तालीम हासिल करने मदरसे भेजी थी औलाद वहां से उसकी लाश वापस घर आई!!

मज़हबी तालीम हासिल करने मदरसे भेजी थी औलाद
 वहां से उसकी लाश वापस घर आई!! 
मदरसे में हुई क़त्ल की वारदात को क्यों साज़िश के तहत
खुदकुशी शाबित करने पर तुले नाज़ीम !

उत्तर प्रदेश मुरादाबाद। जुमेरात की सुबह सुबह पूरा शहर की शहर सकपकाहट से सहम उठा जब मुरादाबाद के एक मदरसे में 8वीं क्लास के नोशाद नामक तलबा (छात्र) की लाश फंदे से मदरसे की छत पर लटकी मिली. लिहाज़ा कुछ वक़्त से देशभर में तोहमतों और मुसिबतों में घिरे हुए मदरसो पर चर्चाएं थम नही रही थी उस पर एक और मदरसे में नौशाद की मौत का मामला देखते से ही खबर पानी की तरह गली से शहर से से सूबे और सूबे से  देशभर की ज़ुबानों को भिगोते चले गई . मामला थाना भगतपुर इलाक़े के करिया नगला में मौज़ूद मदरसे का है जहां मदरसे की छत पर तने हुए पिल्लर पर आठवीं क्लास में पढ़ने वाले नौशाद की लाश देख लोगों में हड़कम्प मच गया.इधर नौशाद के घर पर बेटे की मौत की खबर पहुंची तो नौशाद के अब्बा मुख्तियार के मानो क़दमों के निचे से ज़मीं सिरक गई हो आननफानन में मौके पर पहुंचे नौशाद के परिवार वालो ने नौशाद की लाश को फंदे से उतारा वारदात के बाद नौशाद के बूढ़े बेबस बाप का मानना है की उनके बेटे का क़त्ल हुआ है  वो इल्म हासिल करने गया था जहां उसे इल्म की  जगह मौत मिल गई .
अब नौशाद के घर में मातम है. हर कोई सकते में है. आखिर जिस बच्चे को दीनी तालीम हासिल करने के लिए मदरसे में रहने भेजा, उसकी लाश वहां से वापस घर आई है. बहरहाल मदरसे के जिस शिक्षक ने नौशाद के घर वालो के साथ  लाश को फंदे से उतारा वो भी कहते हैं कि नौशाद को मारा गया है. इस मामले में मदरसा इस्लामिया दारुल उलूम के प्रबंधक से जब बात हुई तो उनका रवैया शक पैदा करने वाला लगा. हर सवाल पर घुमा-फिरा कर वो यही बोले कि उनको कुछ पता नहीं. फिलहाल पुलिस की जांच जारी है और वो भी इसे संदिग्ध हालात में हुई मौत मान रही है. बात अगर मौका-ए-वारदात की करें, तो वो भी हत्या की ओर ही इशारा कर रहा है. चश्मदीदों ने बताया कि फांसी के फंदे पर लटके मिले नौशाद के घुटनों पर घास लगी हुई थी और पैर मिट्टी से सने थे. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि नौशाद की पहले हत्या की गई और फिर शव को फांसी के फंदे पर लटकाया गया.





Comments



( अगली ख़बर ).