मोहम्मद  [सल्ल]  के अख़लाक़ तहज़ीब और ज़िंदगी गुज़ारने  का पवित्र और सच्चा तरीक़ा दुनियाभर के इंसानो के लिए राहत का रास्ता है !!!

आमाल-ए-नबी

 

मोहम्मद  [सल्ल]  के अख़लाक़ तहज़ीब और ज़िंदगी गुज़ारने 

का पवित्र और सच्चा तरीक़ा दुनियाभर के इंसानो के लिए राहत का रास्ता है !!!

 वरिष्ठ पत्रकार मुशाहिद सईद खान

 

 इंसानी ज़िन्दगी में अच्छे अख़लाक़ व किरदार की अहमयत का अंदाजा इस तरह लगाया जा सकताहै की आप नबी करीम sa ने फ़रमाया अच्छे अख़लाक़ नेकी हैं(मुस्लिम) अल्लाह पाक क़ुरआन ऐ करीम में फ़रमाता है –ऐ मोहम्मद!– तुम्हारे अख़लाक़ बड़े आली हैं(सूरह क़लम) हज़रत इमाम मालिक के मुताबिक़ नबी करीम sa ने फ़रमाया अल्लाह ने मेरा तक़र्रुर पैगम्बर की हैसियत से किया हे ताकि में दुनिया को बेहतरीन अख़लाक़ व् किरदार की तालीम दूँ(मूता इमाम मालिक) इसका मतलब यह हे की इस्लाम की बुनियादी तालीम बेहतरीन अख़लाक़ ही है।नबी sa की वफ़ात के बाद आप  के सहाबा rd ने पैगाम ऐ इलाही को आम करने के लिए चीन •हिन्दुस्तान •अफ्रिका• जेसे दूर दराज़ जगहों का सफर किया और यह उनके अज़ीम किरदार व अख़लाक़ ही थे जिस से नई दुनिया प्रभावीत हुई और बिना जंग के उन्होंने इस्लाम क़ुबूल किया। हज़रत ऐ आयशा rd फरमाती हैं •अल्लाह के नबी s का अख़लाक़ क़ुरआन था(मुस्लिम) यानि क़ुरआन मजीद में जिन आला अखलाकियात की तालीम दी गई है वह सब आप s के अंदर पाई जाती थीं ।आप उनका बेहतरीन नमूना थे। हज़रत अबु दर्दा rd से रिवायत है कि रसूल अल्लाह s ने फ़रमाया •कियामत के दिन मुसलमानों के तराज़ू में अख़लाक़ से अधिक कोई और अमल नही होगा। अल्लाह फुहश गोई या अश्लील बातो और गैर मुहज़्ज़ब बात व् बर्ताव करने वालों को पसन्द नही करता।(त्रमिज़ी ब हवाला हदीस) *






Comments



( अगली खबर ).